Thursday, June 23, 2011

राष्ट्रपति महोदया की ये हरकत शर्मनाक है



क्या भारत की राष्ट्रपति इतना गन्दा झूठ बोल सकती है ??
जी जरूर बोल सकती है क्योंकि वो कांग्रेस पार्टी से है ..

जी हा शायद आपको मेरी बात पर यकीन ना हो .. जिस पद पर राजेंद्र बाबु जैसे सीधे और सच्चे इन्सान थे आज उसी पद पर एक झूठी महिला बैठी है ..

दरअसल राष्ट्रपति के झूठ का खुलासा एक RTI से हुआ है ..
कुछ दिन पहले राष्ट्रपति महोदया गोवा की यात्रा पर थी ...राष्‍ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का गोवा बीच पर कुछ पत्रकारों ने फोटो खीच ली ..

राष्‍ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का गोवा बीच पर फोटा खींचना तीन पत्रकारों को मुश्किल में डाल गया. .. तुरंत राष्ट्रपति के परिजनों ने पुलिस में शिकायत कर दी .. चूँकि मामला राष्ट्रपति से जुड़ा था इसलिए आनन फानन में तीनो पत्रकारों को कई गंभीर धाराओ के तहत गिरफ्तार कर लिया गया ..
दूसरी तरफ इससे नाराज फोटो पत्रकार संघ गोवा ने इसे मीडिया की स्‍वतंत्रता पर हमला बताया है.

राष्‍ट्रपति सोमवार से चार दिनों की निजी यात्रा पर गोवा में हैं. फोटो पत्रकारों ने उनकी तस्‍वीर उस समय ली, जब वह बीच बैठकर धूप सेंक रही थीं. फोटो में उनके पास से तैराकी पोशाक में गुजर रहे एक विदेशी जोड़ा का फोटो भी आ गया. यह फोटो कई स्‍थानीय अखबारों में प्रकाशित हुई. यह तस्‍वीर देखकर उनके परिजनों को काफी परेशानी हुई. इसके बाद मडगांव पुलिस ने तीन फोटो पत्रकारों गनदीप शेलदेकर, सोइरू कुमार पंत और अरविंद तेंगसे को तलब किया.

पुलिस ने बताया कि राष्‍ट्रपति के सुरक्षा अधिकारी ने हमसे पहले ही कहा था कि यह उनकी निजी यात्रा है और किसी को भी उनकी तस्‍वीर लेने की अनुमति नहीं होगी. इसके अनुसार हमने सभी को राष्‍ट्रपति और उनके घेरे से दूर रहने को कहा था.

फिर बाद में फोटो पत्रकार संघ गोवा के अध्‍यक्ष राजतिलक नायक ने एक RTI के तहत गोवा राजभवन और राष्ट्रपति भवन से निम्न सवाल पूछा :-

१- राष्ट्रपति के यात्रा का खर्च किसने वहन किया ?
२- यदि सरकार ने तो यात्रा पर कितना खर्च आया ?

जबाब बहुत ही शर्मनाक आया ...

राष्ट्रपति के यात्रा का पूरा खर्च गोवा राजभवन ने सरकारी पैसे से उठाया .. और उनकी यात्रा पर 38 लाख रूपये खर्च हुए ..
फिर कोर्ट भी अचंभित हो गयी .. कोर्ट ने कहा की यदि कोई व्यक्ति किसी भी सम्भिधानिक पद पर है और उसकी यात्रा का खर्च सरकारी पैसे से हो रही है तो उसकी यात्रा निजी नहीं मानी जा सकती .. चुकी प्रतिभा पाटिल भारत की राष्ट्रपति है और सरकारी खर्च से गोवा बीच पर थी तो उनका फोटो कोई भी खीच सकता है ..

अब राष्ट्रपति भवन ने इस मामले पर चुप्पी साध ली है ..

फोटो पत्रकार संघ गोवा के अध्‍यक्ष राजतिलक नायक ने इसे मीडिया की स्‍वतंत्रता पर हमला बताते हुए कहा कि फोटो पत्रकार केवल अपना काम कर रहे हैं. समुद्र तट सार्वजनिक जगह है और हमें तस्‍वीरें लेने का अधिकार है. राष्‍ट्रपति लोक सेवक हैं उन्‍हें तस्‍वीर लेने पर दिक्‍कत नहीं होनी चाहिए.

शायद ये मेरे नज़र में एक शर्मनाक घटना है ...

15 comments:

Ratan Singh Shekhawat said...

वाकई शर्मनाक | यात्रा निजी भी थी तो भी उन्हें अपने पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए था |

अनिल गुप्ता said...

प्रतीकिर्या के लिए आपका धन्यवाद, सही कहा आपने पर क्या करे नेताओं को नहीं रही शर्म, अब देश के लोग करे भी तो क्या करे.

अजय कुमार झा said...

अनिल जी ,
ये लोकतंत्र , भारतीय लोकतंत्र के पत्तन की कुछ वो घटनाएं हैं जिन्हें आने वाले समय में आम लोग खुद विश्लेषित करेंगे । सार्वजनिक और सरकारी यात्रा का फ़र्क जनता खूब समझती है । वैसे भी राष्ट्रपति पद पर बैठने बिठाने वालों से अब देश को ज्यादा उम्मीदें नहीं पालनी चाहिए , नैतिकता के तकाज़े की भी नहीं । आंखें खोलनी वाली पोस्ट । इसे शेयर करने जा रहा हूं ताकि बात दूर तक पहुंचे

अनिल गुप्ता said...

प्रतीकिर्या के लिए धन्यवाद, आप बिलकुल शेयर करे.

Dev K Jha said...

अनिल जी, आर टी आई बहुत ही सफ़ल सिद्ध हो रहा है। इसके ज़रिए न सिर्फ़ अलोकतांत्रिक सरकारी कुचक्र ज़ाहिर हो रहे हैं बल्कि निर्दोषों को अपना पक्ष रखनें का ज़रिया मिल रहा है।

राष्ट्रपति के द्वारा की गई इस हरकत की निंदा और भर्त्सना होनी चाहिए, दर-असल इस समय भारत की स्थिति अजीब हो गई है, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों की स्टैम्प पेपर मात्र हैं.... सत्ता के मुखौटे मात्र हैं.......

नीरज द्विवेदी said...

वाकई शर्मनाक, But it can be expected from an ordinary women like her with this shameless government.

rashmi ravija said...

सच में बहुत ही शर्मनाक...

Taarkeshwar Giri said...

काश कोई सोनिया के टूर हिसाब मांगता , लेकिन अब तो राष्ट्र पति के पद कि भी गरिमा धूमिल पढने लगी हैं, प्रधानमंत्री ने तो अपनी नाक कटवा ही रखी हैं.

आपका अख्तर खान अकेला said...

bhtrin sach ujagar kiya hain jnab ne mubark ho ...akhtr khan akela kota rajsthan

शिवम् मिश्रा said...

वाकई शर्मनाक ...

दर्शन कौर धनोय said...

वाकई धटना शर्मनाक है ..

M VERMA said...

शर्मनाक ..

Anonymous said...

bahut badiya lekh, hindu agar naa jaage to mit jaayenge.

purabi shetty

Udan Tashtari said...

सरकारी खर्च पर निजी यात्रा....गलत बात!!!

ram said...

hahah

shuru ho gaye comment dene aur apni apni appology jhadne

kabhi ye socha h hum kitne mahan kaam karte h

pahlke apne aap ko badal lo yaro

phir rastar pati ko badlna koi badi baat nahi
........